कई बार बिना गलती के भी
गलती मान लेते हैं हम
क्योंकि डर लगता है कहीं
कोई अपना हमसे रुठ ना जाए
गलती मान लेते हैं हम
क्योंकि डर लगता है कहीं
कोई अपना हमसे रुठ ना जाए
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